यहां तक कि इंडोनेशिया के भूकंप भी इसे नष्ट नहीं कर सकते? प्रंबणन मंदिर में शिव का रहस्य!
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- Опубликовано: 17 апр 2024
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Hey guys! आज मैं आपको एक सच्चा चमत्कार दिखाने जा रहा हूँ, जिसे बताया नहीं जा सकता। यह प्राचीन प्रम्बणन मंदिर के मुख्य कक्ष में हमारा इंतजार कर रहा है। क्या आप चमत्कार देखते हैं? देख रहे हो, यह शिव की मूर्ति? इसका अस्तित्व नहीं होना चाहिए, इसे पूरी तरह से टुकड़ों में बिखर जाना चाहिए था।' क्यों? क्योंकि जब Europian explorers ने मंदिर पाया तो ऐसा ही दिखता था यह 1733 में हुआ था। क्योंकि यह लगभग पूरी तरह से ढह गया था, वे अगले 200 वर्षों तक इसका पुनर्निर्माण नहीं कर सके। यह 1889 में लिया गया एक फोटो है, इसमें वही शिव मंदिर दिखाया गया है। जैसा कि आप देख सकते हैं कि मंदिर का tower पूरी तरह से ढह गया है, tower का ऊपरी हिस्सा वहां नहीं है। क्या यह मंदिर जैसा दिखता भी है? यह कैसे हो गया? कई भूकंपों और ज्वालामुखी विस्फोटों के कारण, मंदिर का tower पूरी तरह से ढह गया। लेकिन यह tower किस वजह से गिरा? इस मूर्ति के ऊपर. कल्पना कीजिए कि भूकंप आ रहा है, और 100 फीट ऊंची एक इमारत गिर रही है, और एक व्यक्ति जो भूतल के apartment में खड़ा था, पूरी तरह से सुरक्षित था, और बस वहीं खड़ा है जैसे कुछ हुआ ही नहीं। यह एक चमत्कार होगा, है ना? यहां बिल्कुल वैसा ही हुआ, यह टावर जमीनी स्तर से 154 फीट ऊंचा है, और प्रतिमा के इस स्तर से भी, tower 100 फीट से अधिक ऊंचा है।
1937 में, Archeologists ने प्रम्बणन परिसर में शिव मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू किया। शिव के इस एक मंदिर के पुनर्निर्माण में 16 साल लग गए। अब निर्माण श्रमिकों और experts के एक बड़े समूह को इसे फिर से बनाने में 16 साल लग गए, तो कल्पना करें कि इसमें कितनी बड़ी मात्रा में पत्थर के blocks लगे होंगे।आज आप जो देख रहे हैं वह पूरी तरह से पुनर्निर्मित है, लेकिन इस tower में पत्थर के खंडों का कुल वजन आसानी से 10,000 टन से अधिक होगा, यानी 10,000 गुना 1000 किलोग्राम। और यही इस tower का मूल वजन भी रहा होगा. और जब यह ढहा तो ये सभी चट्टानें कहाँ गिरी होंगी? इस मूर्ति के ठीक ऊपर. और ये मूर्ति टुकड़े-टुकड़े हो जानी चाहिए थी. लेकिन यह अभी भी बरकरार है. यह ऐसे कैसे संभव है?
अब क्या ये वाकई असली मूर्ति है जो 1200 साल पुरानी है? या ये भी हाल के दिनों में किया गया पुनर्निर्माण है? तार्किक रूप से, यह एक नई मूर्ति होने के कारण अधिक अर्थपूर्ण है, है ना? इससे पता चलता है कि मूर्ति इतनी चमकीली और शानदार क्यों दिखती है। हो सकता है कि हम एक नई मूर्ति पर विचार कर रहे हों, यदि tower का पुनर्निर्माण किया गया था, तो मूर्ति का क्यों नहीं, ठीक है? नहीं। इंडोनेशिया के Archeology department ने इस बात की पुष्टि की है कि यह मूर्ति वास्तव में असली प्राचीन मूर्ति है। वे इस बात से सहमत हैं कि यह मूर्ति, जो उनके अनुमान के अनुसार 1200 वर्ष पुरानी है, को बहुत कम क्षति हुई है और वह बरकरार है। और साथ ही, हमारे पास इसकी black and white तस्वीरें भी हैं वही शिव की मूर्ति जो इस बात की पुष्टि करती है कि यह सत्य है। और अगर हम इन तस्वीरों को देखें तो पता चलता है कि ज्यादातर tower भी ढह गए हैं, chamber के अंदर चट्टानें जरूर गिरी हैं. यह मेरी समझ से परे है कि मूर्ति टुकड़े-टुकड़े कैसे नहीं हुई। हम जानते हैं कि शिव destroyer हैं, लेकिन अब हम यह भी जानते हैं कि destroyer को destroy नहीं किया जा सकता।
लेकिन यह अविनाशी क्यों है? इस शिव में कुछ असाधारण बात है मूर्ति- ध्यान से देखो, क्या तुम मुझे बता सकते हो कि यह क्या है? क्या यह शिव जैसा दिखता है या लिंगम जैसा दिखता है? अब, इसका क्या मतलब है, है ना? शिव को आमतौर पर दो अलग-अलग रूपों में दर्शाया जाता है। कुछ मंदिरों में उन्हें उनके मानवीय रूप में दिखाया गया है। इसे प्रतिष्ठित रूप भी कहा जाता है, क्योंकि यह उन्हें एक प्रतीक के रूप में दिखाता है, लेकिन अन्य मंदिरों में, शिव को एक लिंगम के रूप में चित्रित किया गया है, जिसके शीर्ष पर एक cylinder घुमावदार है - इसे प्रतिष्ठित रूप कहा जाता है, क्योंकि इसमें कोई चेहरा या आकृति नहीं है . लेकिन प्रम्बणन मंदिर में उन्हें कैसे दिखाया जाता है? यह एक ridiculous सवाल है, है ना? बेशक उन्हें प्रतिष्ठित रूप में दिखाया गया है, आप उन्हें उनके पूरे शरीर के साथ देख सकते हैं। वह अपने चेहरे पर एक रहस्यमयी मुस्कान के साथ शान से खड़ा है, इसलिए उसे स्पष्ट रूप से प्रतिष्ठित रूप में दिखाया गया है। नहीं, यह एक भ्रम है. इस मंदिर में शिव को उनके प्रतिष्ठित रूप में नहीं दिखाया गया है। आइए इस मूर्ति के पीछे चलें और फिर ध्यान से देखें और अब, आप मुझे बता सकते हैं कि आप क्या देखते हैं। हाँ, वह एक लिंगम है, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए, वह एक लिंगम है। शीर्ष को देखें, देखें कि कितनी चतुराई से उन्होंने शीर्ष को एक अच्छा मोड़ बना दिया है, और आपको पीछे से एक लिंगम, एक cylinder दिखाई दे रहा है।
#praveenmohanhindi #प्रवीणमोहन #ancienttemples #hinduism #lordshiva
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इतनी जल्दी आप मेरी बात को समझ गए प्रवीण भाई ?
मेरे गाँव के बगल के गाँव में लक्ष्मी नारायण कि जीवंत मुर्ती हैं जो एक पेड़ से निकाला हैं
मोहन भैया आप अपने ओरिजिनल वाइस मे डब किजीये और थोड़ा धीमे समझाईये पहले की तरह🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपकी हर वीडियो भारतीय सनातन संस्कृति के वैज्ञानिक पक्ष को प्रबल दृष्टिकोण और प्राचीनता में आधुनिकता के प्रमाण प्रस्तुत करती है।
Dear praveen ji you are doing a commendable job.. but you have to be little respectful for dubbing for lord shiva or any other gods.. thanks
इतना सटीक डी कोड करना एक ईश्वरीय वरदान हैं आपको
आप आकाशिक रेकोड से जुड़े हुए हों
धन्यवाद प्रवीण भाई 🙏
बहुत धन्यवाद।🙏
प्रवीन जी की दृष्टि बड़ी सुक्ष्म है। बहुत कुछ देख लेते हैं जिन्हें हम छोड़ देते हैं। नमः शिवाय च नमः शिवायै🙏🙏🙏
*शिव जी को तो स्वयं डिस्ट्रोयर कि उपाधि दी जाती है, उन्हें कोई डिस्ट्रोय नहीं कर सकता।।*
मोदी ने हज़ारों मंदिर, शिवलिंग :::::: तुड़वा दिया ।।
आपकी खोज वाकई बहुत ही कमाल की है आप सचमुच ही जिनियस हैं❤
हमारे स्वर्णिम इतिहास, संस्कृति और दर्शन से हमारा सदैव ऐसे ही साक्षात्कार होता रहे इसके लिए अति आवश्यक है कि-
अबकि बार 400 पार (मतदान करने अवश्य जाएं)
भूल जा।
400+
@woundedindia5442 सही कहा आपने वरना दुसरी पार्टियों का तो क्या भरोसा प्रवीण मोहन जी का you tube channel ही बंद करवा दे। जो इतने ज्ञान की बात करते हैं।
@@maheshi36910.
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भारत के निर्भीक और यशश्वी गृहमंत्री माननीय श्री अमित शाह जी से विनम्र मिवेदन है कि मुख्यधारा से जुड़ने, वार्तालाप या आत्मसर्मपण जैसे नक्सली-भ्रमजाल में ना फंसे और NमकहराM, देशद्रोHI नक्सलवादी-माओवादी गन्दगी का निर्ममतापूर्वक उन्मूलन कर दीजिए।
छत्तीसगढ़ वादियों को साधुवाद जिन्होनें पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचण्ड बहुमत से विजयी बनाया और उसका सद्परिणाम अब दिख रहा है। माओवादी गन्दगी का ऐसे ही सफाई होता रहे इसके लिए मतदान अवश्य करें। कायर, गद्दार और लम्पट नक्सलवादियों ने जितने निहत्थे और निर्धन वनवासी बहन-भाईयों की क्रूरतम् हत्YA और शोषण किया है उसका पूरा प्रतिशोध लेना ही हम सभी का एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए। प्रत्येक वनवासी बहन-भाई का यह परम धर्म और कर्म है कि वे अपने '''जल-जंगल-जमीन''' की रक्षा महादुष्ट, धूर्त, पाखण्डी और नरपशु माओवादी-नक्सलवादीयों से करें जो किसी भी निर्दोष वनवासी की पुलिस-प्रशासन का मुखबिर बता कर Hत्या कर देती है। लाल-सलाम वालों को ''मिट्टी नें मिला'' दीजिए। छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य पर माओवाद सबसे बड़ा कलंक है; इस कलंक को सदा-सदा के लिए मिटा दीजिए।
अबकी बार 400 पार।
हर हर मोदी
घर घर योगी
जय श्रीराम
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Excellent Acharya! सचमुच destroyer को कभी destroy नहीं कर सकता!! Acharyadevo bhava. 👌👌👌❤️❤️❤️🙏🙏🙏
Thanks a lot!
मुझे लगता हैं कि उस कक्ष में कुछ खास होगा जो ब्रह्मांड को और करीब से जानने के लिए कोई और संसाधन या कोई यंत्र होगा.. धन्यवाद प्रविण भैया❤❤
प्रवीणनजी आप मूर्ती का एकदम सुष्म तरेह विश्लेषण करते है बहुत ही अच्छा❤
अवलोकितेश्वर बुद्ध बोधिसत्व। इंडोनेशिया मे किसी भी शिलालेख पर बुद्ध के और अवलोकितेश्वर बोधिसत्व के सिवा कुछ नहीं मिला। वहा कोई बुद्ध के अलावा किसी हिन्दू देवता को जानता तक नहीं था।
It is confirmed that it is Shiva only. The name of this temple itself is Shiva gruha, meaning 'Home of Shiva'.
Bodh tho ak insan tha wo koi bhagwan ney tha 2000 sal ka peyla koi ney janta tha hindu dharm Ananth h or rahga
@@PraveenMohanHindi sir please tell konark Surya mandir man door close but what statue inside this temple ...inside budh temple name is konark Surya mandir ...99 name of budha one of them was Shiva, vashudev , mahadev , om mani padme hum ...written in tripitak word is oldest then ever written fom...
@@jagdishjat2712 thoda search kro kaha likha h hindu ..?? Kis ved me h puran may h ...sanatan bhi kisi ved may word hi nhi h ..iss dhamno sanatno...budh word ...
Kbt कि sanatan samiksha पे आवो
Kbt जी बुद्धियम. गुफा. त्रिपीठक. जातक कथापे सटीक ज्ञान देतेहैं.. बुद्ध निली आखोवाले थे. वह स्वर्ग गयेथे. उन्हे गजपूत कहजाताहैं मुझे याहीपर मालूम पडा
आपका स्वागत है
जय श्रीराम
प्रणाम सर जी 🙏🏻
ॐ नमः शिवाय 🙏🏻
यह स्पष्ट है कि पृथ्वी को एक आभासी धुरी पर घूमते हुए माना जाता है , वास्तु शास्त्र में भी केंद्रक या धुरी का महत्व है , इसलिए हर मंदिर का एक केंद्रक होता है जो कि उसकी नाभि या न्यूक्लियस होता है, प्राण प्रतिष्ठा में इसी केंद्रक को वैदिक विधानों और मंत्रों से अभिमंत्रित कर ऊर्जित किया जाता है ,
मान्यता है कि पृथ्वी कछुए के ऊपर अवस्थित है जिसकी उम्र सब जीवों से ज्यादा है , समुद्र मंथन के समय भी मंदराचल पर्वत को कछुए की पीठ पर रखकर समुद्र को मथा गया था , इसलिए हर शिव मंदिर को समुद्र मंथन के प्रतीक के रूप में बनाया जाता है ,
अब आते हैं धरती की बनावट पर जो कोर याने सबसे कड़ी चट्टान , मध्य याने सॉफ्ट या मुलायम चट्टान और ऊपर का क्रस्ट याने जैविक चट्टान जिसे मिट्टी कहते हैं जिस पर जीव रहते हैं , और उसके ऊपर हवा ,
ठीक ऐसे ही शिव मंदिर का निर्माण भी होता हैं, हर जीव की नाभि होती है जो कमलनाल या प्लेसेंटा से अपनी मातृ द्रव से जुड़ी रहती है , और मातृ द्रव पुरुष के वीर्य और स्त्री के रज या अंड से मिलकर नया बीज बनता है , कमलनाल और कमल का इसीलिए महत्व है क्योंकि बीज विन्यास को समझने के लिए इससे अच्छा उदाहरण कोई नहीं है , हर योनि के भीतर भाग का आकार कमल की भांति ही होता है , करोड़ों वीर्य में से रचनानुसार किसी एक , दो या अधिक वीर्य बीजक को अपने कमल मुख में लेकर us बीजक को आकार देती है और उसे उचित समय पर आकार प्रकार देकर प्रजनन कर बाहर याने धरती पर छोड़ देती है,
इसलिए मंदिर में कमल का फूल बनाया जाता है, योनि तो मात्र मार्ग है लेकिन बीजक या वीर्य जिसमें जाकर नए जीव के रूप में अवस्थित होता है उसका आकार कमल के फूल की भांति ही छः पंखुयियों वाला होता है , जो कुछ ही पल के लिए खुलता है ताकि वीर्य या बीजक उसमें प्रविष्ट हो जाए फिर वो कस कर बंद हो जाता है, और उसके अंदर नए जीव का पालन शुरू हो जाता है,
मंदिर की नाभि भी प्लेसेंटा का ही रूप से जहां से ऊर्जा प्रवाहित होती है , मंदिर की नाभि के नीचे सात समुद्र का जल, सात नदियों का जल, सात सरोवरों की मिट्टी, सात धातुएं कछुए के खोल के नीचे रखकर समुद्र मंथन की कल्पनानुसार शिव मंदिर निर्मित किया जाता है , माना जाता है कि यह दसों दिशाओं में ऊर्जा प्रवाहित करता रहेगा ,
तीन कमरेनुमा आकृति पताल लोक , धरा मृत्यु लोक और आकाश स्वर्ग लोक के प्रतीक हैं , यह ऊर्जा के लगातार बनने, कार्य करने और रूप परिवर्तन के प्रतीक रूप में बनाया जाता है , एक वैक्यूम या रिक्त स्थान जो नीचे से ऊर्जा ऊपर खींचकर स्वयं को भरता है या रस संवहन करता है , जैसे पौधे जड़ से रस ऊपर की ओर संवहन प्रणाली के तहत ही अंतिम पत्ती तक पहुंचाकर वायुमंडल या अकाशमंडल में उत्सर्जित कर देते हैं , उसी प्रकार मंदिर भी पृथ्वी की ऊर्जा को निरंतर आकाशमंडल में उत्सर्जित करते रहते हैं, ठीक वैसे ही जैसे अग्नि का शिखा, दीपक या मोमबत्ती की शिखा जो हमें दिखाई देती है वो एकदम नुकीली होती हैं लेकिन उसकी ऊष्मा या ऊर्जा वहीं खत्म नहीं हो जाती है , यदि हम उसके ऊपर धीरे धीरे हथेली को ऊपर उठाते जाएं तो गर्माहट कम होते होते खत्म हो जाती है लेकिन वह खत्म नहीं होती बल्कि अपनी ऊर्जा को वायु में संचारित करती रहती है अपनी तीव्रता अनुसार, सादर प्रणाम,
साथ ही निवेदन है कि जब भी हम किसी भी भगवान के संदर्भ में बात करे तो खड़ा है, खुला है, झुका है की जगह खड़े हैं, खुले हैं, झुके है जैसे आदरसूचक शब्दों का प्रयोग करें , ये आपकी नहीं जो इसे हिंदी में अनुवाद या नेरेट कर रहे हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अंग्रेजी में दूसरे के लिए you का प्रयोग होता है लेकिन हिंदी में उम्रानुसार प्रयोग होता होता है, बड़े हैं तो आप, बराबर या छोटे के लिए तुम, बहुत खास है बराबरी का है तो तू,
संभव हो सके तो भाषाई सम्मान पर ध्यान दीजिएगा ,
Sir adbhut ghyan h aapka
आपकी खोजी प्रातिभा के लिए साधुवाद।
Mujhe aapki video bahut acchi lagti hai 😊
अद्भुत ज्ञान के धनी हैं प्रवीण जी आप
एक पल के लिए यदि सब कुछ कल्पना भी मान लिया जाए तो भी आपका विश्लेषण उच्च कोटि का है
हमें हमारी धरोहर, प्राचीन संस्कृति से परिचित कराने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद साधुवाद
जय श्री राम 🔱🕉‼️🚩
I m blessed to born in india i love my santan i love my india❤
और जो नाग जैसा दिख रहा है, वह नाग लोगों का राजा हो सकता है, क्योंकि नग्न आभूषण भी पहनना हुआ है और मस्तक पर मुकुट भी लगा है, नाग का सबसे ऊंचा गुणवता वाली खास प्रस्तुति है
ॐ नमः शिवाय🙏
प्रवीण जी बोहत ध्यान से देखने पड़ते हैं आपके वीडियो आप हर एक छोटी से छोटी बातें समझाते हैं पर बोहोत हैरानी होती है हिंदू मिथक या पुराण या अन्य ग्रंथ में आर्किटेट साइंस को नही लिखा है जैसा आपने खोज लिया है, महाभारत मे इंद्रप्रस्थ सिटी के विषय मे बताया तो है पर उसका आश्चर्य जनक विज्ञान नही बताया है तो सर आपके सवाल का जवाब देना मेरे लिए तो बोहत टफ है, पर मुख्य बात ये है शिव लिंग( शिव शक्ति ,जिसे आप योनि कहते हैं) उसके विषय मे बताएं वो असल मे क्या है,स्वामी विवेकानंद ने उसे जो कहा वो लिंग और योनि से अलग बात है ,आप उनके मंतव्य से आस्वस्त हैं या नही ? मै तो नही हूं ,,,बहरहाल आपके लिए एक सवाल है जिसमे मै उलझा हुआ हूं, क्या आप को पता है हजारों साल पहले ड्रेकुला जैसा कोई पात्र हिंदू मिथक में हुआ था ?
प्रवीण जी क्या किसी भी हिन्दू देवी देवता का ऐसा भी कोई मंदिर,मूर्ति कोई सिक्का या कुछ भी ऐसा है जो 4000/5000 वर्ष पुराना हो ओर वैज्ञानिक दृष्टि से प्रमाणिक हो तो। बताएगा। प्रमाण के साथ। With prof plz
मेरे पास कोई शब्द हि नही आपके तारीफ के लिए।
इस तरह के खोज शायद कोई किया हो।।😊😊😊🎉🎉🎉❤❤
मान गए सर जी बहुत जबरदस्त व्याख्या की आपने और एकदम परफेक्ट प्रवीन मोहन जी आप एक निष्पक्ष जांच करने वाले इंसान है 🕉️🙏🙏
ॐ गणेशाय नमः ॐ नमः शिवाय जय माता की जय भगवान कार्तिकेय की
आपको अति शुझ्म दिरष्टि के लिए साधुवाद। आपकी आवाज को क्या हो गया है आपकी आबाज बहुत बदल गया है सर जी
श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
अद्भुत अकल्पनीय 👌👌🕉🙏🙏🙏🚩🚩
ओम् नमः शिवाय
यहाँ आपने महात्मा-बुद्ध और बोधिसत्व अवलोकितेश्वरों की मूर्तियों को मय बौद्ध-सम्पदा के अच्छी तरह से दिखा दिया है । बस भाषा, शब्द व दर्शन को सही करके बौद्ध-विरासत का बखान शुरू करो। बुद्धम शरणम् गच्छामि! धम्मम शरणम् गच्छामि!! संघम शरणं गच्छामि!!!
शिवलिंग जिस स्थान पर रखा रहता है उसे अरघा कहें योनि नही।🙏
कुछ पंडित उसे हस्तकमल भी कहते हैं।
योनि कहना एकदम बंद करें।
@@arnavsingh2080 धर्म ग्रंथ का नाम भी होता है ।हवा हवाई बात मत करो।😡😡
आपने बिलकुल सही कहा।
जलहरी भी कहा जाता हैं
@@nutansharma8457 जलाधारी सही शब्द है।🙏
Me aapse bhut prbhavit hun ki bhagwan ne aapko jo suxam chijo ko dekhne or samjhne ki sakti di hai wo sbke pass nahi hoti hai or me un bhagwan ko aabhar vekt krti hun jinhone aapko sanatan dharm me janam diya hai. Aapke mata pita ko bhi koti koti prnam jinhone apne puniye karm se aapko janam diya hai.❤ bheyaji aapse ek nivedan hai ki aap sivling ko silendar na bole plz lingam fir bhi thik hai ❤
आपकी खोजी प्रातिभा को नमन करता हूँ ।
हर हर महादेव 🙏🙏
जय श्री राम आज कल लोगों को यही बात समझ नहीं आती की जो मंदिर बनते थे वह बहुत ही वैज्ञानिक और ज्ञानवर्धक होते थे लेकिन आज कल हमारे गावों में लोगों को मंदिर बनाने की होड़ है रेत सीमेंट और ईंट से बस एक मंदिर बना दिया जाता है कोई खासियत नहीं जैसे भगबान का मकान बनाया हो अरे उनका तो सारा संसार है उनके लिए अपने से कुछ ऐसा करना जिससे भगवान खुश हो सके लेकिन हम बस ख़तम हो चुके है धीरे धीरे अपने धर्म को भी खोटे जा रहे है
शिव शिव 🙏🏻
Nice u r doing a great job Praveen and U r awesome 👌 at it your work. U r a Gem 💎 💎 💎 💎 💎
Thanks!
Salute to you man for u researches and to tell the world about our sanatan sanskriti 🙏🌺
खुप छान माहिती .. सुंदर विश्लेषण🙏🙏
प्रवीण जी आपको भगवान ने ही स्पेशली भारत में भेजा है क्योंकि जो पौराणिक धरोहर ओर प्राचीन शील्प कला का सटीक विवरण करके भारत वासी हिन्दुओ को समझा सको जो सब हिन्दु भूल गए हैं
आपका स्पेशली जन्म हुआ है ़़़़़
आप गोड गिफ्ट हो😊😊😊
धन्यवाद प्रवीण जी 🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️
जय महादेव 🙏🕉️🙏🕉️🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Shiv shankar shambhu har har
Om Namah Shivay🪔🌹🕉️🙏🤗
ओहोहो 😮 क्या विवरण प्रस्तुत किया है , ला-जवाब, बेहतरीन
आप का समझाने का तरीक़ा (आइसक्रीम जैसे गले में फटफट चली जाती है वैसा) बहोती ही शानदार है ।
इश्वर आपको और अधिक ऐसा ज्ञान दे और लंममममबी आयु दे।
नमस्कार प्रवीण मोहन साब❤
बहुत धन्यवाद।🙏
ओम नम शिवाय 🙏
Har har Mahadev 🇮🇳🕉️🙏
बहुत ही शानदार वीडियो है!
आपकी जानकारी अद्भुत है । मैं जब भी आपकी वीडियो देखता हु तो एक अजीब सी रोमांच सारे शरीर में भर जाती है। आप मंदिर के बारे में बहुत ही ज्यादा जानते है ।इस वीडियो बहुत ही ज्यादा सनातन के बारे में बताया गया है। जय श्री राम
ओंकार वाट मंदिर पर वीडियो बनाओ
वाह.... अच्छा vdo... अगला vdo जल्द बनाना
प्रणाम सर जी
❤आप भी अद्भुत क्षमता के धनी हो सर जी।
आपके द्वारा एक और अद्भुत खोज धन्यवाद प्राचीन मोहन जी 🙏 आपके कार्यों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है🙏
Apke samjhane ka tarika bahut acha hai....Ab Tak Jo bhi jante-samjhte rahe USS lavel se upar ka Gyan dete Hain app !
Such lovely research thank you
Glad you enjoyed it
यह प्रतिमा हरि हर की हो सकती हैं जो शिव तथा विषणु का मिश्रीत रूप है
बहुत रोचक जानकारी साझा करने के लिये धन्यवाद
# * * * विशेष सुचना :- #
भारत देश सेक्युलर है । भारत देश का संविधान
सेक्युलर है । पर भारत के मुस्लिम सेक्युलर नहीं
पुरे दुनिया में इस्लाम मजहब सेक्युलर नहीं ।
😂😂😂😢😢😢😅😅😅😢😢😢😢
Adbhut🙏🙏
हर हर महादेव..
Very very interesting.. . !!!
🥰 Bohut achha laga sir.. . 🤗
🙏💖💐
Pravin ji
Your efforts to decode the historical artifects are worth praise and i salute you for putting togeter knowledge and history.
Regards
Vijay Paluskar
अद्भुत ❤
Thanks for such detail viewing , you are the only one who can have such beautiful explanation.
🚩હર હર મહાદેવ 🚩
Dhanyavaad pravin apne hume humare siv ko dikhaya itne purani murti
Shandar explanation
Pravin ji aap aadbhhut knowledge walle insaan he. Thanks
Best video bhai
Om namah shivay ❤❤
Fantastic analysis Praveen Mohan
Great UR. DEAR PRAVEEN MOHAN JI. YOUR OBSERVATIONS R INDEED GREAT AND ACCURATE I FOUND U HAD TOUGH TIME. EXPLAINING THE VIEWERS I THE PITCH DARK AREA BUT STILL U DID IT YOUR EFFORTS TO DISCOVER THE DETAILS R REMARKABLE. YOUR EFFORTS. ARE NO LESS THAN THE SCLUPTERERS. WHO CREATED //BUILD THESE STRUCTURES WHEN THERE WAS NO ELECTRICITY HOW THEY MUST HAVE MANAGED CREAT LIGHT IN SIDE THE ROOMS AND BUILT SUCH MAGNIFICENT. ART WORK. I BOW MY HEAD TO THOSE WHO CREATED. I BOW MY HEAD. TO U TOO DEAR
Ram Ram ji sadguru sabhi ko hazaron khushiyan de
❤❤❤YAH HAMARI NITANT AGYANATA KA PARICHAYAAK HI HSI KI HAM SAB ME SE HAREK IS KRITI KO SIRF SUR SIRF
A D B H O O T
MAAN LE YA APNI SONVH KO VYAKT HI KAR SAKTE WAH BHU APNE EK AJSHAMAY JIVAN ME JISME HAM SISI KOI BHI JANKARI RAKH PANE ME ASAMARATH HOTE
OIM NAMAH SHIVAYA ❤❤❤
Thank You ! Good ! from Scythia/HUN/.
Jai shree krishna 🙏
Excellent 😊
Thanks 😊
Great Ho aap bhai g😊
Aapaka bahut bahut dhanyawad ji
Sir you are mind-blowing your work is Very Good .
Jai Shri Ram
अद्भुत😮
Awesome
Great Explanation 👍
जय श्री राम।
Har Har Mahadev 🙏
Jay ho
Mantrime बहोत शक्ती होती है और us समय ye mandira पूर्ण रूप से प्रlण प्रतिष्ठा से उक्त होगा जिसका sarvanasha कोई भि नही कर् शक्त Jay bholenatha 🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀☹️☹️
प्रवीण जी वह रौशनी के लिए बनाया गया है सूर्य प्रकाश के लिए.
Har har Mahadev
Har Har Mahadev 🙏🙏🙏
आप बहुत बुद्धिनाथ हैं
Incredible Hindu religion
Respect And luv ❤ praveen sir🙏 thanq for educating us 🙏🙏🙏🙏
Day by day we are learning 🙏🙏🙏
Jab ham shiv ki baat karte hai. To koi bhi baat ka mahatva khatam ho jata hai. Kya ye miracle hai. Kailash miracle hai. Kaba k kale pattar ka sach ??? Shiv hi satya hai. Mere mahadev...na aadi na antt. ❤❤❤❤
Om Namah Shivaay...nice vdo wth grt info..🙏🚩❤️👌🚩
Thanks for liking!
Aapane Jo last mein sawal poochha hai ki yah sari upar kamre kaksh kyon banae Gaye niche per banae Gaye iska Karan yah Raha hoga ki yah Murti Ko nuksan Na Ho aise angle se tarashasa Gaya hoga banaya Gaya hoga taki yah kabhi bhi tute to Bhagwan Shiv ki jo Pratima wali Murti hai usko koi nuksan Na pahunche aur ant Tak yahi hua yah sabhi Bhagwan Shiv ki kripa hi hai Jay Bholenath
Sir ji hamare yaha pateshwar namak ek purana Sundar mandir hai Maharashtra me jila satara tehsil satara
Om.namo.shivshkti
Mujhe yah lagta hai ki Bhagwan Shiv Aur Bhagwan Vishnu Ki donon ki ekmatra Pratima hi
We are always waiting for your videos...
Thank you so much 😀
Wow
Har har mahadev
प्रवीण मोहन जी विष्णु जी की मूर्ती जो आपने दिखाई है वह कहां पर स्थित है